एक हफ्ते की ड्यूटी

हाई दोस्तों,
कुछ एक हफ्ते से मुझे एक भी कॉल नहीं आया | एक दिन की बात हैं, मैं अपने घर पे था | मुझे अपने बॉस का कॉल आया और वो बोला की एक पार्टी हे, मगर थोडा दूर जाना पड़ेगा |
मेने पूछा की कितने घंटे का काम हैं |
वो बोला घंटे का नहीं एक हफ्ता लगेगा और पूरा काम कर के आना हैं |
मैं - और पैसे ?
वो - वोही देगी सब फिक्स हैं |
मैं - आने जाने का कोन देखेगा ?
वो - सब वोही देखेगी तुम चिंता मत करो |
मैं - ठीक हे, मैं तैयार हूँ | फिर उसने फोन काट दिया | कुछ दिनों बाद मुझे मेरे आईडी पे टिकट आया, में उसका कॉपी लेके के निकल पड़ा | ट्रेन पकड़ी और दिए हुए पते के स्टेशन पे पहुच गया | वह पे पहुच कर मुझे किसी का कॉल आया | उसकी आवाज़ काफी तीखी थी और एक दम साफ़ भी |
वो - आप समीर बोल रहे हो ?
मैं - जी हाँ, आप कोन ?
वो - मेने आपको बुक किया हैं | आप अभी कहा पे हो ?
मैं - मैं अभी ताक स्टेशन पर ही हूँ | मुझे कहा आना हैं ?
वो - आप स्टेशन से बहार निकलो वह पे आपको एक लाल रंग की फदी दिखेगी उसके सामने मेरा ड्राईवर होगा, उसके साथ आ जाओ |
मेने उनके कहने के मुताबित गाड़ी में बैठ गया और उनके घर पहुच गया | उनके घर पहुच कर उनकी नोकरानी बोली की आप उपर के कमरे में चले जाईये | मुझे तो वह समझ ही नहीं आ रहा था की हो क्या रहा हे | जिसको चुदवाना हाई उसको छोड के मुझसे सब मिल रहे हैं | में नोकरानी की बात सुन के उपर के कमरे में गया और वही पे लेट गया | नोकरानी आई और बोली आप आराम करलो आज थक गए होंगे | में फिर वही लेट गया और कुछ देर में मुझे नींद आ गयी | कुछ देर के बाद वो औरत आई, जिसने मुझे बुक किया था और उसने मुझे जगाया और फिर बोली की फ्रेश हो जाओ, फिर साथ में खाना खायेंगे | फिर वो बोलके चली गयी और फिर उसकी नोकरानी आई और पूछी की खाना यही खायेंगे या फिर निचे | मेने कुछ सोचा और कहा की यही पे ले आओ |
मैं गया और नहा धो के आ गया और फिर बिस्तर पे बैठ गया | वो मैडम आई और मेरे साथ निचे बैठ के खाना खाने लग गयी | उन्होंने मेरे बारे में कुछ यहाँ वह का पूछा और मेने उनको बता दिया | वेसे उनकी आवाज़ काफी साफ़ थी और उनकी भाषा भी अच्छी थी, बस उम्र कुछ जादा थी देखने से तो कुछ ४० की लग रही थी, मेने उनसे उनकी उम्र नहीं पूछी मुझे अच्छा नहीं लगा इसीलिए | फिर खाना खतम होने से कुछ पहले वो मुझसे बोली की आज तुम मेरे कमरे में आ जाना | मेने कहा ठीक हैं | फिर शाम होने से कुछ पहले काम वाली चली गयी तो उन्होंने मुझे कॉल किया और बोली मेरे कमरे में आ जाओ | मैं उनके कमरे में चला गया और अंदर घुसने के बाद वो बोली की दरवाज़ा बंद कर लो | मेने दरवाज़ा बंद कर दिया | फिर में उनके पास गया तो वो पूछी की क्या तुम पुरे दिन नंगे रह सकते हो ? मेने कहा हाँ इसमे कोंसी बड़ी बात हैं, मगर आपकी नोकरानी उसका क्या ? वो बोली की जब वो रहेगी तब ठीक से रहना और जब चली जाये तब नंगे रहना | मेने कहा ठीक हैं |
अब उन्होंने अपने कपडे उतार लिए और नंगी बिस्तर पे लेट गयी | मैं उनकी तरफ बड़ा तो देखा की चुत में काफी बाल थे | में उनके चुत के बालो को देख ही रहा था की इतने में मैडम बोली देख क्या रहे हो ये तुम्हे ही साफ़ करनी हाई, अंदर जाओ और ब्रुश, रेजर और क्रीम ले आओ | में अंदर गया बातरूम में और सब लेके आ गया | मेने ब्रुश से खूब सारा झाग बनाया और फिर उनकी चुत की सफाई कर दी | साफ़ होने के बाद उनकी चुत एक दम कमाल की दिख रही थी | उनकी चुत काफी फूली हुई थी, मेरे मन में लड्डू फूटने लगे उनकी चुत को देख के | साफ़ कर के में उनके बाजु में बैठ गया तो वो बोली की अब चुत को रुलाओगे क्या ? इसको सहलाओ | उनकी भाषा सुन के मुझे अजीब सा लग रहा था क्युकी आज ताक जिसको भी पेलने गया में, सब अलग तरीके से बत करते थे और ये अलग हे उनमे से एक दम | खेर मुझे क्या था में उनके चुत पे अपना मुह रख दिया और अपनी जीभ से रगड़ने लगा | वो तो पहले से ही ब्रुश के कारण गरम हो चुकी थी और अब मेरी के कारण और भी गरम हो गयी |
अब उन्होंने अपने हाथ से अपने चुत के पंखडियो को खोल दिया और अब मेरी जीभ और भी अंदर चली गयी | अब मैं उनकी चुत की गहराई ताक पहुच गया था और अंदर से उनकी चुत क जीभ से पेल रहा था और कुछ देर के बाद उनकी चुत से पानी निकलना शुरू हो गया था | मैं उनकी चुत का पानी भी पिए जा रहा था | उनकी चुत की पानी की खुशबु सूंघ के ही मैं पागल सा हो गया था | मैं बिच बिच में चाटते वक्त उनकी चुत को अपने दातों से भी काट देता, जिसके कारण वो और जोश में आ जाती | फिर उन्होंने मुझे कहा की अब घूम जोओं और मेरी तरफ अपना पैर कार्लो और मेरे पैर की तरफ अपना सर | मेने वेसा ही किया और फिर वो बोली की अब चाटो इसे | मैं खुश हो गया था, मुझे लगा की वो मेरा चूसेगी, मगर उन्होंने अपने दिमाग में कुछ और ही सोच के रखा था | वो मेरे लंड को चूसने के जगाह मेरे लंड को पकड़ कर खिचने लगी, में सोचने लगा की ये क्या कर रही हे और ये कबसे चुदाई में आ गया | उन्हों एमरे लंड को पकड़ के खीच खीच के और निचोड़ दिया और मेरा सारा पानी निकाल दी, मेरा पानी सीधे उनके मुह पे गिरा, उन्होंने थोडा अंदर लिया और बाकि निकाल दिया |
कुछ देर के बाद उनका भी एक साथ सारा पानी निकल गया | उनके पानी निकल जाने के बाद भी में उनकी चुत में ऊँगली डाल डाल के पेलता रहा | वो भी मेरी ऊँगली के मज़े लेने लगी | फिर कुछ देर के बाद उन्होंने कहा की आब वह से यहाँ आ जाओ | मैं उठ गया और उनकी चुत पे लंड रख दिया, मैं अंदर डालने ही वाला था की वो बोली वह नहीं यहाँ मेरी चाहती पे आओ | में समझ गया उनको अपनी चुचियो की भी चुदाई करनी हैं | में फिर उनकी चाहती पे जा के बैठ गया और उन्होंने फिर अपने चुचियो को बाजु से कास के दबाया और फिर मेने उनकी चुचियो की भी चुदाई की और फिर अपना पानी वही गिरा दिया | अब हम दोनों काफी थक चुके थे सो हम दोनों वही सो गए | सुबह मैडम ने मुझे उठा दिया और कहा की जल्दी से नहा धो लो, काम वाली आती ही होगी | काम वाली आई और काम कर के जल्दी ही चली गयी | उसके जाते ही मैं मैडम के कमरे में आ गया और दरवाज़ा बंद कर दिया | मैडम ने मुझे कहा की आज हम कुछ अलग ही करेंगे | मैं भी मन में सोचने लगा की ऐसा क्या अलग होगा जो मेने आज ताक नहीं किया होगा | फिर मैडम नास्ता लेके आई और मैडम नास्ते में खीर लाइ थी |
मैडम ने तो अपनी खीर प्लेट में डाल के खली | फिर मेरी खीर मैडम अलग प्लेट में लाइ और बिस्तर पे रख दी और फिर अपने कपडे उतार के नंगी हो गयी | अब मैडम बिस्तर पे बैठ गयी और अपनी टांगो के बिच एम् खीर रख दी | मैडम बोली की तुम्हारी प्लेट यहाँ हे, अपने चुत की तरफ इशारा किया | मेरी सुख गयी, मैं मन में सोचने लगा की ऐसा भी कोई करता हे क्या ? आज पहले बार मेने देखा और ये सही में आलग हैं | अब मैडम लेट लगी और अपनी टाँगे हलकी सी उपर करली और अपनी चुत में खीर डालने लगी और बोली की अब नास्ता करो | मैडम अपनी चुत में खीर डालती गयी और में अपना नास्ता करता गया | मैडम ने फिर कहा की मेरी चुत को खोलो, सो मेने अपनी ऊँगली से मैडम की चुत को खोला तो मैडम ने उसमे फिर से खीर डाल दी इस बार तो जादा खीर चला गे, रोर मेने वो खीर भी चाट चाट के खा लिया | अब खीर खत्म हो गयी थी | मेने मैडम से पूछा की मैडम कैसा लगा ? मैडम बोली बहुत मज़ा आया | अब मैडम बोली की अब खालिये हो तो अब मेरी चुत की थोड़ी घिसाई भी करदो | अब मैं उठ गया और मैडम को बिस्तर के किनारे ले आया |
किनारे पे लाके मेने मैडम की चुत पे अपना लंड टिका दिया और अंदर घुसा दिया, लंड तो घुस गया और फिर मैं लंड को अंदर बहार करने लगा | कुछ देर करने के बाद मेने देखा की पानी निकल रहा था उनकी चुत से, और वो अकड़ने लगी थी | मैडम ने फिर कहा की अब नहीं रुक सकती मैं, और इतना कहते ही उन्होंने मुझे मेरे कमर से पकड़ा और अपनी तरफ खीच लिया और मेरी पीठ पे नाख़ून गाड दिया | मुझे बहुत दर्द हुआ उनके नाख़ून से | अब वो झड गयी थी और फिर वो एक दम ढीली पड़ गयी, मगर मेरा अभी ताक नहीं निकला था, सो मैं लगा रहा और उन्होंने अपना हाथ अब उपर की तरफ उठा लिया और ढीली पड़ी रही जेसे मैं किसी लाश को पेल रहा हू, फिर कुछ देर के बाद मेरा भी निकल गया वो मेने उनके पेट पे गिरा दिया और फिर उन्ही के बाजु में लेट गया | फिर कुछ देर के बाद एम् उठा और अपने कमरेमे चला गया और फिर वह पे आराम किया |